Nojoto: Largest Storytelling Platform

बड़ी मुश्किल है जीने में, एक दर्द सा उठ रहा है सीने

बड़ी मुश्किल है जीने में,
एक दर्द सा उठ रहा है सीने में,
तू आग है और मैं उसकी ख़ाक हूं,
अब तो लहू बह रहा है पसीने में । #ekdard #ekdil #mushkil
बड़ी मुश्किल है जीने में,
एक दर्द सा उठ रहा है सीने में,
तू आग है और मैं उसकी ख़ाक हूं,
अब तो लहू बह रहा है पसीने में । #ekdard #ekdil #mushkil