तुम होते तो... सर्दी में चाय की चुस्की का स्वाद ही कुछ अलग होता, ऊंचाई से दुनिया का नज़ारा ही निशब्द होता, किन्हीं अंधेरी गलियों से गुजरते हुए कभी डर ना लगता, गलत राह पे चले जाने के बाद भी, लौट आने का कारण रहता, तेज बारिश में भीगने का अपना ही एक मज़ा होता, वेटिंग लाउंज में ट्रेन का इंतजार भी सुहाना लगता, होली के रगों में गुलाल का रंग ही कुछ और चढ़ता, संगीत के सात सुरों को छोड़ आठवां सुर भी निकलता, खजूर से भिगोया दूध और गाढ़ा बनता, बिन चीनी के भी शर्बत मीठा लगता, मेरे शब्दों से और रस निकलता, शायरी के पन्नों में और वजन रहता, जुबां से एक हसीन तरननुम निकलता, तुम होते तो यह सब होता, तुम नहीं तो भी कोई गम नहीं, तुम नहीं तो भी ज़िन्दगी गुलज़ार है, इस बंदे को खुद से प्यार है, हर वक़्त एक अनोखा एहसास, और मन में उस रब के लिए शुक्राने का भाव है। #life #amwriting #grateful #happiness