परिस्थितियां प्रकृति की देन है, इन्हीं परिस्थितियों के आगे किसी ने संस्कार रूपी चुनरी धारण कर रखी है, तो किसी ने समझदारी का जामा पहन रखा है, but तूफान रूपी परिस्थितियों के आगे संस्कार रूपी चुनरी भी उड़ सकती है और समझदारी का जामा भी उतर सकता है।। ©Ichu shekhawat 🙏🙏 #परिस्थितियां