हाथ थाम होंसले का; ले विश्वास संग तीव्र गति से बढ़ना अब ज़रूरी हो गया है....! जो मंजिल की चाह हैै तुझे तो लक्ष्य पर नज़र रख संयम से दौड़ना अब ज़रूरी हो गया है....! चाहता है तू कुछ कर गुज़रना जिंदगी में तो छोटी-छोटी मुसीबतों को दरकिनार करना अब ज़रूरी हो गया है...! पहुँचना है तुझे एक मुकाम पर तो कानों से बहरा होना अब ज़रूरी हो गया है...! ऊँचाई पर पहुँचकर भी जमीं को तू भूल न जाये अपनों को साथ लेकर चलना भी अब ज़रूरी हो गया है...! जिस ताज़ को तू पहने वो तुझ पर सजा रहे मानवता को अपने अन्दर जीवित रखना अब ज़रूरी हो गया है...! मुनेश शर्मा मेरी✍️🌈🌈🌈 सुप्रभात। अब ज़रूरी हो गया है कि बहाने बनाना छोड़ें। अपने को तैयार करें बड़े लक्ष्य की प्राप्ति के लिए। #ज़रूरीहोगयाहै #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi