वह निर्मल सा प्यार, बसन्त में कोयल की पुकार, अपनों की खठ्ठी मीठी अनबन, हर झगड़े के बाद की तपन, जिंदगी गुज़र जाती है दोस्तों, लम्हों की कसक नहीं थमती, सब कुछ मिलने पर भी, जिन्दा रहने की तसल्ली नहीं मिलती, खुदा जो एक नज़र देख ले, उसका नाम लेते ज़मीर हरगिज़ नही थकती।। दिल को न जाने क्यों, हमेशा कम ही लगता है। #कमलगताहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi