जैसे ही, सूरज का प्रकाश चारों तरफ़ फैलाता है कही घूम हो जाता है तम। चाहे कितना, भी प्रकाश पड़े जीवन पर तय हमें ही करना होगा आख़िर चले किधर हम।। ©Abhishek tripathi#chgr@c #WinterSunset