नवाबों के शहर से वापस अपने... पसंदीदा शहर आने तक... एक विश्वविद्यालय से... अपने पसंदीदा विश्वविद्यालय आने तक... मेरी आवाज़ पन्नों से लेकर... माइक तक पहुँचने तक... स्वयं से मिलने की कोशिश से... तुमसे मिलने तक... नये रिश्ते की सालगिरह से... नये मेहमान के आने तक... हर इक बीते वाकयों/लम्हों से... कुछ नया सीखे जाने तक... कल ,आज और कल की कश्मकश से... आज में जिए जाने तक... ये साल भी लाज़वाब रहा... बिल्कुल तुम्हारी तरह... कोशिश है आने वाला साल... और भी लाज़वाब हो... बिल्कुल तुम्हारी तरह... अनन्त शुक्रिया इस साल के तारीखों... - s_prashant_writes🇮🇳 यहाँ पर जो "तुम्हारी" है उसका तात्पर्य "मैं" से ही है कृपया इधर-उधर भटक के ना जायें... 🤣😂 आजकल के भटके हुए युवा/युवान...😝😂😂🤣 #अलविदा_२०१९ #शुक्रिया_2019 #s_prashant_writes🇮🇳