पुरानी यादें आज भी, दिल के बंद पड़े संदूक में भी प्यार की इक पुरानी गठरी मैंने संभाल रखी है वफ़ा की और बेइंतेहा मोहब्बत की वो प्यारी पुरानी यादें मैंने आज भी संभाल रखी है बहुत दिनो बाद आज उनका इक पैगाम क्या आया स्मिता तू तो निहाल हो रखी है। #puraniyaadein #love#