Nojoto: Largest Storytelling Platform

उनको विश्वास है हर आदमी लाश है। इतना डरा हुआ है मा

उनको विश्वास है
हर आदमी लाश है।
इतना डरा हुआ है
मानो मरा हुआ है।

टूटे विश्वासों ने
कुचली हुई लाशों ने
जो कर दिखाया है
खौफनाक दरिंदा भी
खून से नहाया है।

माना आज सरदार हो
पर तुम भी जानते हो
देश के गद्दार हो।

तुम्हारा हश्र तुम
खुद ही कमाते हो
दाएं हाथ, बाएं को
खंजर थमाते हो।

तुम जैसे वीर, बस
डराते और डरते हैं
देखते ही देखते
खुद के हाथ मरते हैं।
पंडित गणेश दीक्षित

©Soni Yadav
  Dil Ko Dil Se milae Kaise
soniyadav1064

Ganesh Dixit

New Creator

Dil Ko Dil Se milae Kaise #कविता

126 Views