तुम सुनो या न सुनो, हाथ बढ़ाओ न बढ़ाओ, डूबते-डूबते एक बार पुकारेंगे तुम्हें। मेरे होने में किसी तौर से शामिल हो जाओ, तुम मसीहा नहीं होते हो तो क़ातिल हो जाओ। ©PRIYA RANI #sher #DJ #89 #d #a #raah #Ka #L♥️ve #Zada #paper