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धीरे-धीरे वो पास मेरे आती रही। धीरे-धीरे ही दिल मे

धीरे-धीरे वो पास मेरे आती रही।
धीरे-धीरे ही दिल में समाती रही।
प्यार तो किया करती थी वह गैर से,
पर मेरे पैसे से पिज़्ज़ा उड़ाती रही।।       
                       ..shyam mere paise se pizza udati rhi..
धीरे-धीरे वो पास मेरे आती रही।
धीरे-धीरे ही दिल में समाती रही।
प्यार तो किया करती थी वह गैर से,
पर मेरे पैसे से पिज़्ज़ा उड़ाती रही।।       
                       ..shyam mere paise se pizza udati rhi..