जिंदगी में जो भी इंसान आग का पुतला होता है, वह अपने जीवन में हमेशा कुछ ना कुछ खोता है। जब बुझने लगती है उसके अंदर की यह आग तो खुद से ही वह पछतातने और रोने लग जाता है। कभी भी इंसान को आग का पुतला नहीं होना चाहिए ये आग इंसान के खुद के वजूद को ही जला देती है, जब तक जलती है तब तक कुछ समझ में नहीं आता पर जब भी बुझती है तो सब कुछ राख कर देती है। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_186 👉 आग का पुतला मुहावरे का अर्थ --- अत्यंत क्रोधी स्वभाव का व्यक्ति। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।