ज़िन्दगी के बिस्तर पर ख्वाबों के तकिए के पास... पड़ी थी नींद की कुछ सिलवटें, तुमने उजाला करके, अंधेरे की नींद उड़ा दी -Internet Jockey ज़िन्दगी के बिस्तर पर ख्वाबों के तकिए के पास...पड़ी थी नींद की कुछ सिलवटें, तुमने उजाला करके, अंधेरे की नींद उड़ा दी