एक झरोखा खुल जाता है, देखने का यत्न चाहिये, जीत भी मिलेगी, हौंसलों में प्रयत्न चाहिये, सब तुम्हारे अपने हैं, प्यार का रत्न चाहिये. #झरोखा#hindi#कविता#