ख़्वाब देखती थी मैं जो हर रोज़ तुम्हारे साथ का होने को है सच वो, बीतने वाला है लम्हा इन्तज़ार का ♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के :) ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की। ♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें।