म्हारी सोच ना स माड़ी ना र माड़े हम सा , चरचरा पसंद ना र मीठा के लाड़े हम सा फटे पुराणे कपड़े र मिल ज्यांगे बहोत , मान्या एक स ड्रैस पर ना उघाड़े हम सा .! स पूराणे संस्कार आर सोच नई स , बस मेहनत स अपणी आर अप्रोच नहीं स । जिसका लिया र उसका बुड़ाया स टैम प , बाबे की दया त किसे की टोक नहीं स .! न्यु नी कहता कदे किसे का लिया नी कदे , न्यु बड़ी बड़ी गाणया आली बात करदा नी मैं , जो भी लिख्या करूं बस ख़ुद की लिखूं सूं , चोरी कर ख़ुद के नाम हैशटैग दिया करदा नी मैं .! बुरी लागो जिसनै बेसक लागे जाओ .. पर साची बात लिखण त डरदा नी मै ..! ©Vikash Mehra KD #विकास_मैहरा_केडी__ #Rose