_सफ़ऱ_ सफ़र में हूं अभी, किनारा ढूंढना बाकी है, नदियों में चलती नाव के लिये, समंदर ढूंढना बाकी है, आसान नहीं है जीतना, कांटो से लड़ना बाकी है, सफर में हूं अभी, किनारा ढूंढना बाकी है।। बहुत तेज नही है आंधी, अभी तूफानों का आना बाकी है, अंधेरी रात को मिटाने के लिए, सूरज का आना बाकी है, वक़्त को बदलने के लिए, वक़्त के साथ चलना बाकी है, सफ़र में हूं अभी, किनारा ढूंढना बाकी है || motivation#parijat#poem#on#nojoto#gudmrng