रुक जाता तो फिर वही अफसाना शुरू होता, तेरी सांसों पर फिर से मेरा ही फ़साना होता। ज़ाया - बर्बाद जानेवाले के साथ कोई नहीं जाता,उसे याद कर रोते रहने से कहीं बेहतर है कि उसकी यादों को साथ लेकर ज़िंदगी में आगे बढ़ा जाए और ज़िंदगी को बर्बाद न करके उसे किसी अच्छे काम में लगाया जाए। #yqbaba#yqdidi#yqhindi#yqbhaijan#sad#zindagi #YourQuoteAndMine Collaborating with Paiker Ali Collaborating with Dharmendra Laxman Biswas