कुछ अल्फ़ाज़:- "अब कहाँ पानी की आस है, जिस्म को तो जवानी की प्यास है, हर आरज़ू पे हवस शुमार है, हर नियत पे तलब सवार है," ©ALFAZ DIL SE #DrDanQuote #WOMENSAD