अनदेखा कर दिया मुझको... मुद्दतों बाद मिली थी वो, हाथो मे हाथ डाले किसी और के साथ। चेहरे पर नूर होंठों पर तब्बसुम लिए, कुछ फासले थे कल और आज के दरमियाँ जो मुसलसल बढ़ रहे थे। ©Prahlad kumar #myfeelings #lovethoughts #Love Rajeev Bhardwaj लेखक SumitGaurav2005 Shiv Narayan Saxena