जैसे पतझड़ से हो सावन, एक घर से हो आवन, किसीकी कहाँ ख़बर किसीको, वहाँ मिलेंगे जब आँगन !! कभी-कभी समझ में ही नहीं आता कि लोग हमसे क्यों दूर हो जाते हैं। #लोगबिछड़तेहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi