हौसले की जरूरत होती है भयंकर तूफा से लड़ने में संभलकर चरागों से दुश्मनी मोल लेना, हुस्न का रंग उतर जाता है हुस्न की बात पढ़ने में! सच्ची दिल्लगी रही होगी उस पतंगे की, इसीलिए वो डरा नहीं चरागो मे जलने से! "सुधांशु निराला" sudhanshu pandy