आंसुओं को रोशनाई कर रहा हूँ. इस ज़माने से लड़ाई कर रहा हूँ. कोई चारागर नहीं है आज मेरा. हर मरज़ की खुद दवाई कर रहा हूँ एक नन्हे से दिए की रौशनी ले मैं अंधेरों से लड़ाई कर रहा हूँ. मैं बुराई कर रहा हूँ और की या मैं ही खुद अपनी बुराई कर रहा हूँ. कल से बोऊँगा सुनहरे ख्वाब इनमे आज ज़हनों की सफाई कर रहा हूँ. मुझको सब आदर्श कहते हैं यहाँ पर इसलिए बातें हवाई कर रहा हूँ. #Aadarsh_Dubey #आदर्श_दुबे #Aadarsh_dubey