जहां शेहेर की गलियारों में एक शाम सी सजी रेहती थी अब कोई करवट भी ले तो जग जाता हूं मैं। -------------- हज़ारों शय का हुजूम सा लगा रेहता था यहां अब तो एक दस्तक भी बड़ी तीखी सी लगा करती है on - COVID 19 दिल का एक ख्याल Quarantine Period. on COVID 19 #stayhome #safehome