Nojoto: Largest Storytelling Platform

वो आए तो आ भी न पाए हम गए तो जा भी न पाए आंखें उन

वो आए तो आ भी न पाए
हम गए तो जा भी न पाए

आंखें उनकी किसी और के चिराग हैं अब
अपने चिराग़ों को हम बुझा भी न पाए

वो संभल गऐ, खुश है वहां अब
हम अपने मन को समझा भी न पाए

वो आए तो आ भी न पाए हम गए तो जा भी न पाए आंखें उनकी किसी और के चिराग हैं अब अपने चिराग़ों को हम बुझा भी न पाए वो संभल गऐ, खुश है वहां अब हम अपने मन को समझा भी न पाए #Shayari

571 Views