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अपने सपनों को किनारे रख हम इस इंजीनियरिंग के सागर

अपने सपनों को किनारे रख हम इस इंजीनियरिंग के सागर में डुबकी लगाने कूद जाते हैं। बैक ,रेमेडियल,सेमेस्टर बैक जैसे कई गोते लगने के बाद ,इस महासागर से निकलता है। एक इंजिनियर रूपी गोताखोर जो भविष्य में आने वाली  जिंदगी की हर लहर को आसानी से पार कर जाता है। कुछ वक्त बीतने के बाद फिर हमें याद आता है। किनारे पर रखे, हमारे सपने,अपने ,वो शहर ,घर जहां से हमने अपने मंजिल का प्रारम्भ किया था। वो शख्स जिसके इंतजार में हमने अपनी जिंदगी का एक हिस्सा गुज़ार दिया था। वो हॉस्टल जहां की रातों को हमने जागना सिखाया था।वो चाय की दुकान का कुल्हड़ जिसको हमने लिप किसिंग करना सिखाया था। वो क्लासेस जिनको हमने बंक करना सिखाया था और वो दोस्त जिन्हें हम हमेशा ताना देते कि "यार तू इंजिनियर में ना होता तो आज बहुत बड़ा सिंगर ,शायर , लेखक या फिर कुछ अच्छा होता मगर दोस्तो इंजीनियरिंग हमको इंजिनियर ही नहीं बल्कि एक ऐसा इंसान बना देती है। जो हार कर भी जीत की उम्मीद रखता है। जिसके सपनों की लिए नीदे भी कम पड़ जाती है। तो दोस्तो घबराइए नहीं आप वो है। जो आज भी कई लोग बनने का ख्वाब देखते है और शुक्रिया आपका इंजीनियरिंग की राहो में आने के लिए
आपकी यात्रा मंगलमय रहे
* भारतरत्न इंजिनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को जन्मदिवस की बधाई
......#जलज_कुमार_राठौर
अभियंता दिवस की शुकामनाएं
Happy Engineers Day अपने सपनों को किनारे रख हम इस इंजीनियरिंग के सागर में डुबकी लगाने कूद जाते हैं। बैक ,रेमेडियल,सेमेस्टर बैक जैसे कई गोते लगने के बाद ,इस महासागर से निकलता है। एक इंजिनियर रूपी गोताखोर जो भविष्य में आने वाली  जिंदगी की हर लहर को आसानी से पार कर जाता है। कुछ वक्त बीतने के बाद फिर हमें याद आता है। किनारे पर रखे, हमारे सपने,अपने ,वो शहर ,घर जहां से हमने अपने मंजिल का प्रारम्भ किया था। वो शख्स जिसके इंतजार में हमने अपनी जिंदगी का एक हिस्सा गुज़ार दिया था। वो हॉस्टल जहां की रातों को हमने जागना सिखाया था।वो चाय की दुकान का कुल्हड़ जिसको हमने लिप किसिंग करना सिखाया था। वो क्लासेस जिनको हमने बंक करना सिखाया था और वो दोस्त जिन्हें हम हमेशा ताना देते कि "यार तू इंजिनियर में ना होता तो आज बहुत बड़ा सिंगर ,शायर , लेखक या फिर कुछ अच्छा होता मगर दोस्तो इंजीनियरिंग हमको इंजिनियर ही नहीं बल्कि एक ऐसा इंसान बना देती है। जो हार कर भी जीत की उम्मीद रखता है। जिसके सपनों की लिए नीदे भी कम पड़ जाती है। तो दोस्तो घबराइए नहीं आप वो है। जो आज भी कई लोग बनने का ख्वाब देखते है और शुक्रिया आपका इंजीनियरिंग की राहो में आने के लिए
आपकी यात्रा मंगलमय रहे
* भारतरत्न इंजिनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को जन्मदिवस की बधाई
......#जलज_कुमार_राठौर
अभियंता दिवस की शुकामनाएं
Happy Engineers Day
अपने सपनों को किनारे रख हम इस इंजीनियरिंग के सागर में डुबकी लगाने कूद जाते हैं। बैक ,रेमेडियल,सेमेस्टर बैक जैसे कई गोते लगने के बाद ,इस महासागर से निकलता है। एक इंजिनियर रूपी गोताखोर जो भविष्य में आने वाली  जिंदगी की हर लहर को आसानी से पार कर जाता है। कुछ वक्त बीतने के बाद फिर हमें याद आता है। किनारे पर रखे, हमारे सपने,अपने ,वो शहर ,घर जहां से हमने अपने मंजिल का प्रारम्भ किया था। वो शख्स जिसके इंतजार में हमने अपनी जिंदगी का एक हिस्सा गुज़ार दिया था। वो हॉस्टल जहां की रातों को हमने जागना सिखाया था।वो चाय की दुकान का कुल्हड़ जिसको हमने लिप किसिंग करना सिखाया था। वो क्लासेस जिनको हमने बंक करना सिखाया था और वो दोस्त जिन्हें हम हमेशा ताना देते कि "यार तू इंजिनियर में ना होता तो आज बहुत बड़ा सिंगर ,शायर , लेखक या फिर कुछ अच्छा होता मगर दोस्तो इंजीनियरिंग हमको इंजिनियर ही नहीं बल्कि एक ऐसा इंसान बना देती है। जो हार कर भी जीत की उम्मीद रखता है। जिसके सपनों की लिए नीदे भी कम पड़ जाती है। तो दोस्तो घबराइए नहीं आप वो है। जो आज भी कई लोग बनने का ख्वाब देखते है और शुक्रिया आपका इंजीनियरिंग की राहो में आने के लिए
आपकी यात्रा मंगलमय रहे
* भारतरत्न इंजिनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को जन्मदिवस की बधाई
......#जलज_कुमार_राठौर
अभियंता दिवस की शुकामनाएं
Happy Engineers Day अपने सपनों को किनारे रख हम इस इंजीनियरिंग के सागर में डुबकी लगाने कूद जाते हैं। बैक ,रेमेडियल,सेमेस्टर बैक जैसे कई गोते लगने के बाद ,इस महासागर से निकलता है। एक इंजिनियर रूपी गोताखोर जो भविष्य में आने वाली  जिंदगी की हर लहर को आसानी से पार कर जाता है। कुछ वक्त बीतने के बाद फिर हमें याद आता है। किनारे पर रखे, हमारे सपने,अपने ,वो शहर ,घर जहां से हमने अपने मंजिल का प्रारम्भ किया था। वो शख्स जिसके इंतजार में हमने अपनी जिंदगी का एक हिस्सा गुज़ार दिया था। वो हॉस्टल जहां की रातों को हमने जागना सिखाया था।वो चाय की दुकान का कुल्हड़ जिसको हमने लिप किसिंग करना सिखाया था। वो क्लासेस जिनको हमने बंक करना सिखाया था और वो दोस्त जिन्हें हम हमेशा ताना देते कि "यार तू इंजिनियर में ना होता तो आज बहुत बड़ा सिंगर ,शायर , लेखक या फिर कुछ अच्छा होता मगर दोस्तो इंजीनियरिंग हमको इंजिनियर ही नहीं बल्कि एक ऐसा इंसान बना देती है। जो हार कर भी जीत की उम्मीद रखता है। जिसके सपनों की लिए नीदे भी कम पड़ जाती है। तो दोस्तो घबराइए नहीं आप वो है। जो आज भी कई लोग बनने का ख्वाब देखते है और शुक्रिया आपका इंजीनियरिंग की राहो में आने के लिए
आपकी यात्रा मंगलमय रहे
* भारतरत्न इंजिनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को जन्मदिवस की बधाई
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