तू मेरा ना होकर भी आता है मेरी यादों में, जुदा होकर भी तू आता है हर रात है मेरे ख्यालो में, पुराने जख्म भर कर भी याद दे जाते हैं तेरी दिल में, सहम गया है मेरा दिल फिर भी ना जाने क्यों ढूंढता है तुझे हर नये शक्श में| ©kahani shukla #nostalgiclove