मैंने कब कहा तुम मर्द हो तुम्हे दर्द नहीं होता, तुम्हे रोना नहीं आता तकलीफ नहीं होती, महसूस नहीं करते हज़ार कोशिशें की तुम्हे ये समझाने कि के समझती हूं, जो तुम एहसास करते हो औरत हूं माना ज़रा तुमसे कमज़ोर हूं अपने अश्क छिपा नहीं पाती तुमसे पर ये कब कहा के तुम रोते नहीं, या रो नहीं सकते तुम्हे तुम्हारी पूरी आज़ादी दी खुल कर बोलने की हक दिया हर बात जताने का दिल की फिर इतने इलज़ाम मुझ पर क्यों अब समझ आया शायद कमज़ोर मैं नहीं दरअसल तुम थे..... @deepalidp ©Deepali dp #deepalidp #mojzamiracle #rahaterooh #hindishayari #jashnerekhta #beingman