White अब आंसुओं कि धार को खुशफाम लिखेंगे हर आदमी के नाम को बेनाम लिखेंगे ज़मीर को जला दिया हो जिस ज़मीन ने उस मुल्क के तसकीम को बदनाम लिखेंगे हर तरफ़ गर्द है,धुंआ है आग है, घूंट रही है नफ़स,जिस्म बेदाम है ऐसी हवा को बद हवा बेजान लिखेंगे अब आंसुओं कि धार को खुशफाम लिखेंगे उधार में पहन के पैरहन सजा लिया असल के हुस्न पर,कागज़ लगा लिया अब हर नक़ाब से बेनकाब लिखेंगे अब आंसुओं कि धार को खुशफाम लिखेंगे राजीव ©samandar Speaks #sad_quotes मनीष शर्मा