द्वाविमौ कण्टकौ तीक्ष्णौ शरीरपरिशोषणौ . यश्चाधनः कामयते यश्च कुप्यत्यनीश्वरः ॥ ये दो आदतें नुकीले कांटे की तरह शरीर को बेध देती है: 1. गरीब होकर भी कीमती वस्तुओं की इच्छा रखना 2. कमजोर होकर भी गुस्सा करना. #विदुरनीति