Nojoto: Largest Storytelling Platform

हम चाहते क्या और होता कुछ यह भी एक सत्य है ,हम चाह

हम चाहते क्या और होता कुछ यह भी एक सत्य है ,हम चाह कर भी वो प्राप्त नहीं कर पाते जो हम चाहते कभी कभी हमें वो मिल जाता है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते या हमने उसके बारे में सपने में भी नहीं सोचा ---आखिर क्या यह किस्मत है या कुदरत के द्वारा स्क्रिप्टेड इन सब में अपना प्रारब्ध भी जुडा हुआ होता है । प्रारब्ध क्या है यह हमारे कर्मों का ही एक" लेखा- जोखा" होता है जिसके द्वारा हम व्यक्त और अव्यक्त होते रहते हैं।
लेकिन एक दिशा में किया गया प्रयास आपको वहां पहुंचा भी देता है जहां आपको जाना होता है ।
 फिर भी किस्मत को लेकर हम कुछ भी सार्थक भविष्यवाणी भी नहीं कर सकते हैं।।

©Ombhakat Mohan( kalam mewad ki)
  Swetaleena Puja Kumar SHIVAM SINGH TOMAR Satabdi Neogi  {"सिद्दार्थ~वर्मा"} musa khan SHIVAM SINGH TOMAR Kumar Swetaleena