जब सिविलाइजेशन शुरू हो रही थी तब मानव ने ज्यादा तौर-तरीके नहीं सीखे थे धीरे-धीरे समाज व्यवस्थित होता रहा और समाज व्यवस्थित लोगों से होता है हमसे और आप से होता है धीरे-धीरे हम लोग एक सभ्यता को विकसित कर पाए और उस सभ्यता के साथ हम एक बेहतरीन जीवन जी सके
मगर आपकी और हमारी भी तो जिम्मेदारी है
आसपास एक बेहतर ढंग से जीवन जीने की
कई एजुकेटेड लोग भी अनपढ़ों जैसी हरकतें करते हैं
अपना घर से कूड़ा गंदगी बाहर फेंक देते हैं
क्या फायदा उनका इतनी किताबें पढ़कर ज्ञान विकसित करने का ज्ञान तो उनके व्यवहारिक ज्ञान को बदल ही ना सका #जिवन_को_उद्देशय