मुखौटा पहन मुखोटे को भी राज लगू अपराधों से भी बड़ा कोई अपराध लगूं रात के अंधेरे का साथ लगू खुदा के साथ रुठा कोई काजी लगू टूटे रास्तों का मुसाफिर लगू अब हर पल मुखोटे का भी गहरा राज लगू # मुखौटा आस