क्या तुम सब भूल गए ?? कितने रास्ते नापे थे, कितनी ठोकर खाई थी , कितने दर तुम भटके थे, कितनी मन्नत मांगीं थी.. कितनी जहमत झेली थी तुमने उसको पाने में , क्या कुछ भी याद नहीं था तुमको, क्या इतनी मय थी पैमाने में.. ©the_unsung_teller #पैमाने क्या इतनी मय थी पैमाने में.... Few Lines Of My New Poetry ❤️