खुशनसीबी की बात थी,वरना हमसे जादा कहाँ किसी ने कोशिश भी की थी चला गया है वो भले हमसे चंद कदम आगे वो भी हमीं से बेहतर बनने की खातिर फिर भी खड़ा है ज्यूँ का त्यूँ खुद के सिर पे उसने आज तक कोई कठिनाईयां भी कहां ली थी । मेरे विचार मेरी सोच,मेरे काम मेरे बोल योगेश रडवाल मेरे विचार मेरी सोच,मेरे काम मेरे बोल