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White बहुत हुवे उदास उठ फिर जीने की आस न हो कोई प

White बहुत हुवे उदास 
उठ फिर जीने की आस
न हो कोई पास
भर लेना फिर सांस
मन मे फिर उजास
मंजिल पाने की आस
देखना फिर 
रचता इतिहास
यही हैं मन की शक्ति
मानव की भक्ति
मेरे राम का विश्वास
बहुत हुवे उदास।

©कवि: अंजान
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