Nojoto: Largest Storytelling Platform

हम भी कुछ उम्मीद लगाए बैठे हैं, हम भी तो कुछ ख़्वा

हम भी कुछ उम्मीद लगाए बैठे हैं,
हम भी तो कुछ ख़्वाब सजाए बैठे हैं।

माना की सब संगी - साथी छूट गए,
फिर भी हम आंखों को बिछाए बैठे हैं।

टूटने वाले टूट - टूट कर बिखर गए,
एक हम हैं जो टुकड़ों को दबाए बैठे हैं।

मायूसी भी आ - आकर के लौट गई,
चेहरे पर मुस्कान चढ़ाए बैठे हैं।

मिलो कभी फुर्सत में तो बतलाएंगे,
हम कैसे कैसे दर्द छुपाए बैठे हैं।

©prateekjackie... #नोजोटो_साहित्य
हम भी कुछ उम्मीद लगाए बैठे हैं,
हम भी तो कुछ ख़्वाब सजाए बैठे हैं।

माना की सब संगी - साथी छूट गए,
फिर भी हम आंखों को बिछाए बैठे हैं।

टूटने वाले टूट - टूट कर बिखर गए,
एक हम हैं जो टुकड़ों को दबाए बैठे हैं।

मायूसी भी आ - आकर के लौट गई,
चेहरे पर मुस्कान चढ़ाए बैठे हैं।

मिलो कभी फुर्सत में तो बतलाएंगे,
हम कैसे कैसे दर्द छुपाए बैठे हैं।

©prateekjackie... #नोजोटो_साहित्य