होली का त्योहार है जालिम करीब आओ ना, मैंने बांहे फैला रखी है सनम, चहुं ओर उड़ते रंग अबीर,तुम भी रंग जाओ ना, बो गुसिया के दस कदम पीछे हटी, चिल्लाने लगी पगलाय के न, न न मुझे छुओ ना, मुझे नहीं आना तुम्हारी बाहों में,फैल जाएगा करोना, करोना,