हे प्रभु अब तो संजीवनी बूटी लेकर आओ , धरती वासियों को अब तुम ही बचाओ..! परंतु... संजीवनी बूटी हनुमान जी लायेंगे कहां से , हमने तो ना पहाड़ छोड़ा ना पेड़ ... जब पहाड़ ही नहीं होगा तो उस पर उगनेवाला जड़ी बूटी कहां से मिलेगा..! और... जब पेड़ ही नहीं होगा तो जीवनदायिनी आक्सीजन कहां से मिलेगा..! हम इंसानों के कारनामों से प्रभु भी सोंच में पड़ गए है..! फिर भी हम नहीं सोच और समझ रहे है..!! ©Abha Anokhi #hanumanjayanti#anshu ji,shudha ji,sanju ji,siya,Manju ji,Pankaj ji. Haiyan chopda,Sweta ji,Neha ji,SKManjur ji, siya ji,priya ji, Rekha ji.