एक चाँद का दीदार करनें,, मैं गया था उससे प्यार करनें,, बाहों में उनकों ऐसा घेरा था,, चेहरें पर उनकें जुल्फ का इक़ पहरा था,, पैरों में घुँघरू अजब सी छनकायी थीं,, मैं खड़ा था वहीं जब वो शरमाई थीं,, अँखिया कजरी सी काला जादू करतीं थीं,, मैं जब भी देखता था उनकों रतियाँ आहें भरती थीं,, नथ ऐसे चमकीले जैसे तारे,इंद्रधनुष,सब सज गये हो, बातें ऐसी रूमानी जैसे बरसों से बिछड़े आज गले मिले हो।। #चाँद #घुँघरू #अखियाँ #तारे #इंद्रधनुष #जुल्फ #जादू #रूमानी #गले #रतियाँ #आर्यप्रकाश..