Jab Insaan Pyar Mein Hota Hai प्रेम जो समपर्ण मैं निहित है मिथ्या रहित, निश्छल, निस्वार्थ भाव से किया गया हो वो प्रेम है... जो प्रेम को पाना चाहता है उसे विश्वास को समर्पित करना होगा अपने हर शब्द का मोल पूर्ण भाव से निभाना होगा....! ©Sita Kumari #प्रेम #readmythought #supportme #readmypost #Nojoto #like4like #Comment #share#follow