अम्मा ( एक प्यार ) अम्मा - असंख्य दर्द को झेलकर हमे अपने कोख मे जगह देने वाली| अम्मा - रोज़ अपनी ज़रुरतो को किनारे रख कर हमारी ज़रुरतो को पूरा करने वाली| अम्मा - खुद भूखा रह कर हमारा पेट भरने वाली| अम्मा - हमारी नन्ही उंगलियों को पकड़े हुए हमे स्कूल तक ले जाने वाली| अम्मा - हर गल्तियो पर ज़ोरो की मार और फ़िर बड़े प्यार की दुलार| अम्मा - पापा की डाँट से आपकॊ बचाने वाली| अम्मा - सारी रात जग कर पानी की पट्टिया करते हुए हमे सुलाने वाली| अम्मा - निस्वार्थ प्यार का एकमात्र नाम| है तो बहुत कुछ अम्मा,तुम्हें बोलने को पर मैं अगर लिखता रहा तब भी इसे पूरा नही कर सकता वो कहते है न कि ||सब धरती कागज करू लेखनी सब वनराय सात समुद्र की मसि करू मात् गुण लिखा ना जाय|| ©Harsh Srivastava अम्मा #MothersDay2021