तुम अगर ढूँढोगे हाथों में चिराग लेकर , मुझसे ज्यादा ऐतबार बार करने वाला नहीं मिलेगा , मैंने चाहा था तुम्हे 'रमज़ान' में 'कुरान' की तरह , बेशक़ ढूंढ लो जमाने में , मुझसा आशिक़ तुम्हें दोबारा नहीं मिलेगा , और तुमने तो बेच दी चंद सिक्को के लालच में मोहब्बत हमारी , लगेगी बददुआ तुम्हे एक आशिक़ की , मोहतरमा प्यार तो तुम्हे भी तुम्हारा नहीं मिलेगा ।। 🥀💔 by- Anmol pandit #sand every moment of life gives us a new lesson . 🥀