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White इज़हार-ए-इश्क़ का कोई दिन कोई स्मा नहीं होता

White इज़हार-ए-इश्क़
का कोई दिन कोई स्मा नहीं होता
जो दिल के करीब हो कभी जुदा नहीं होता
इश्क़ होता है इक बार
बार बार नहीं होता 
सनम बनता जो इक बार
उसे दिलबर अपने दिल की माला में है पिरोता
ये इज़हार-ए-इश्क़ है जो हर लम्हा, हर सांस, हर पल है होता इसका कोई मौका, दिन यां मुकर्रर स्मा नहीं होता

©Dr  Supreet Singh
  #इज़हार_ए_इश्क़