Unsplash एक तू है, कि तुझे मुझमें कुछ भी पराया नहीं लगता, एक वो है, जो अपना होकर भी अपना नहीं लगता। पास बुलाकर आलम,वो शख्स हमेशा दूर रहता है, झूठे ही सही, तस्वीर में भी वो गले नहीं लगता! ©Alam s #Book 'दर्द भरी शायरी' 'दर्द भरी शायरी'