न मंदिर में रब्ब मिलेगा,न मस्जिद,गिरजाघर और गुरुद्वारे में, रब्ब मिलेगा इंसानियत में ख़ुश्मिजाज़ों में बेसहारे में। सड़क पर चलते हुए अपना सिर झुका कर नीचे और आस पास भी देख लिया करो कई ज़ख्मी,भूखे,बीमार जीव उम्मीद लगा कर तुम्हारी तऱफ देख रहे होते हैं। इन्हें खाने को दो,इनके रहने का बंदोबस्त कर दो, इनका इलाज करवाओ क्योंकि तुम्हारा रब्ब तुम्हें उस वक्त भी देख रहा होता है और अगर उसकी तड़पती हुई औलाद की उसी के घर में तुम सम्भाल नहीं कर सकते तो वो तुम्हारी कैसे करेगा। #love #life #bhakti #devotional #hindi