दो पल दो पल का था हमारा प्यार, क्या दो पल का था? चल रहे थे अलग-अलग राह, दो पल मिले हम तुम, रुक गया सारा जहां। तुम थी कोई उजली किरण, मैं था सपनों का सावन। तुम थी रंग सारी दिशाओं में, तुम थे गीत सारी फिजाओं में, हो गया अपना इश्क सूफियाना। दो पल का था हमारा प्यार, क्या दो पल का था? तुम थी कोई कली मुस्काई थी, तुमसे खुशियों की घटा छाई थी, हो गया सतरंगी अंबर हमारा। तुम थी मेरी दिल की धड़कन, मैं महकते थे मेरी सांसों में, बन गया प्रेम अमर हमारा। दो पल का था हमारा प्यार, क्या दो पल का था? #दोपल Krishna's Devotees