कुछ तो लोग कहेंगे, तुम घबराना मत... कल बिसरे लफ़्ज़ों सा, मुझे भुलाना मत...! कोई पूछे गर तुमसे, दिल में कौन है तुम्हारे..,, मुस्कुरा देना, पर मेरी तस्वीर दिखाना मत..! जमाना कहें, यूँ ही मोहब्ब्त ना किसी से करना.. तुम ज़माने की बातें सुन लेना, पर दिल से लगाना मत..! मुझसे बिछड़ जाने को, कहेंगे लोग तुमसे, वादा तो कर लेना, मग़र उन वादों को निभाना मत...! दिल-ए-ज़ुबान होती ज़हर, ज़माने के है कहना,, मोहब्ब्त का जाम पीते जाना, तनिक हिचकिचाना मत..! पूनम की चाँद की तरह, दिल को मेरे रौशन करना, अमावस की काली रात, बन जाना मत..!! ©rishika khushi #moonlight #कुछतोलोगकहेंगे