उसे भुलाया भी नहीं जाता उसे बताया भी नहीं जाता ये कैसा इश्क हो गया है मुझे इजहार ए-इश्क सुनाया भी नहीं जाता बहोतो के नजरों में बसता हूँ लेकिन उसके सिवा मेरी नजरों को कोई ना भाता हर बार खुद से कहता हूँ कि नई मोहब्बत तलाश कि जाए अब , लेकिन उसके सिवा किसी से दिल से लगाया भी नहीं जाता मुझे पता है वो मेरी नहीं होगी लेकिन लोग कहते हैं कि इंतज़ार युँ किसी का बेकार नहीं जाता #nojoto #writing #writer