इस बेजार मोहब्बत को बचाने की क्या दुआ करूं मैं। जिसे तुम हर पल एक खिलौने की तरह तोड़ती थी। अब बस तुझे भूल जाऊं यही दुआ करता हूं मैं। - जज्बात के लफ्ज़ जज्बात के पहलू #नादान